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“दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच”

  1. जिन्हें नवग्रहों के अनेक अशुभ एवं अनिष्ट दोष, अशुभ दशा/महादशा, ग्रह पीड़ा, कमजोर ग्रह, मारक प्रभाव जैसा अनेक कारण परेशानी एवं समस्याओं का सामना कर रहे है। नवग्रहों की अनुकूलता, शुभता, नवग्रह संबंधित सभी प्रकार के अनिष्ट एवं अशुभ दोषों के समन / शांति एवं सम्पूर्ण शुभ फल प्राप्ति हेतु शास्त्र वर्णित सर्वश्रेष्ठ प्रमाणित कवच।
  2. इस दिव्य कवच में शास्त्र वर्णित दिव्य औषध नवग्रह वृक्षराज की जड़ को शास्त्र निर्देशित विधि से निमंत्रण एवं निवेदन विधि उपरांत विशेष शुभ नक्षत्र, वार एवं दिवस पर लाया जाता —
  3. जैसे, सूर्य ग्रह के लिए – मदार  / बिल्वपत्र की जड़, चंद्र – पलास / खिरनी की जड़, मंगल – अनंतमूल / खैर की जड़ / बरगद जड़बुद्ध – अपामार्ग / विधायरा की जड़, गुरु – भारंगी / केला की जड़, शुक्र – अरंड मूल / सरपोंखा / गूलर की जड़ / , शनि – बिच्छू / शम्मी की जड़, राहु – नागरमोथा की जड़ / सफ़ेद चंदन / दूर्वा दूब की जड़, एवं केतु – अश्वगंधा / कुश की जड़ को लिया गया हैं।
  4. इस दिव्य कवच में शुद्ध प्राकृतिक भोजपत्र पर हस्त निर्मित, शुद्ध अष्टगंध से शास्त्र निर्देशित विधि विधान से विशेष शुभ नक्षत्र एवं दिवस पर नवग्रह यंत्र का निर्माण किया जाता हैं।
  5. शास्त्र वर्णित पूर्ण विधि विधान के साथ सभी दिव्य नवग्रह औषध जड़ियों एवं नवग्रह यंत्र को शुद्ध ताम्र की ताबीज़ के साथ “तंत्र एस्ट्रो” के विद्वान् वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा आपके नाम और गोत्र से शुद्धिकरण की क्रिया, नवग्रह मंत्र द्वारा अभिमंत्रित, जागृत एवं प्राण प्रतिष्ठित किया जाता हैं ताकि इस कवच का संपूर्ण लाभ आपको मिले।
  6. इस कवच को 9 ग्रह/12 राशि एवं 27 नक्षत्र को ध्यान में रख कर निर्माण किया गया हैं। इसे कोई भी व्यक्ति, सभी राशि एवं लग्न के जातक/जातिका धारण कर सकते हैं। इस दिव्य कवच का किसी भी प्रकार का कोई भी दुष्परिणाम नहीं है।
  7. इस दिव्य कवच को मात्र लागत दक्षिणा पर आप सभी के लिए उपलब्ध कराया गया हैं ताकि अधिक से अधिक सभी वर्ग के लोगों को इस दिव्य कवच का संपूर्ण लाभ मिल सके
  8. आज ही इस “दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच” ऑर्डर करे एवं इस दिव्य कवच की चमत्कारी दिव्यता को प्रत्यक्ष अनुभूत कर जीवन को सुखी बनाए।
    नोट – ऑर्डर के समय अपना नाम या गोत्र Order Note में लिखे या WhatsApp करे।
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Description

“दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच”

“दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच” यह कवच नवग्रहों (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, और केतु) की कड़ी एवं अशुभ दृष्टि और अशुभ प्रभाव से बचाव के लिए निर्मित किया गया है। “नवग्रह” का अर्थ है नौ ग्रह, जो भारतीय ज्योतिष में जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करने वाले माने जाते हैं।

प्राचीन काल से नवग्रह की अनुकूलता के लिये रत्न पहनने का प्रचलन रहा है। सम्पन्न लोग महंगे से महंगे रत्न धारण कर लेते है। लेकिन इन रत्नों का संबंध ग्रह के शुभाशुभ प्रभाव को बढ़ाने के कारण इनकी माँग और भी ज्यादा बढ़ गई है। परन्तु सभी व्यक्ति इतने सक्षम नहीं होते कि वे ग्रह के महंगे रत्न पहन सकें। हमारे ऋषि मुनियों द्वारा शास्त्रों में प्राचीन काल में ही ग्रह राशियों के आधिकारिक वृक्ष उनके गुण देखकर निर्धारित किये थे। प्रारम्भ में सभी लोगों को महंगे रत्न उपलब्ध नहीं होते थे, अगर उपलब्ध हो भी जाए तो सभी जगह प्रमाणिकता नहीं मिल पाती हैं , तब वे दिव्य वृक्षराज पेड़ की जड़ धारण करते थे। आज भी कुछ मूर्धन्य सज्जन वृक्ष की जड़ को रत्नों की जगह अपनाते है। अगर शास्त्रीय विधिविधान से जड़ धारण की जाए तो रत्नों की ही तरह यह दिव्य जड़ी भी सत्प्रतिशत पूर्ण लाभ देती है।

हमारे जीवन में जो भी घटित होता है वह नौ ग्रहों का ही परिणाम है। हम सभी नित्य नवग्रहों से ही प्रभावित रहते हैं। यह कवच उन सभी व्यक्तियों के लिए उपयोगी है जो नवग्रहों के प्रतिकूल प्रभावों का सामना कर रहे हैं या जिन्हें नवग्रहों के अनेक अशुभ एवं अनिष्ट दोष, अशुभ दशा/महादशा, ग्रह पीड़ा, कमजोर ग्रह, मारक प्रभाव जैसा अनेक कारण परेशानी एवं समस्याओं का सामना कर रहे है। नवग्रहों की अनुकूलता, शुभता, नवग्रह संबंधित सभी प्रकार के अनिष्ट एवं अशुभ दोषों के समन / शांति एवं सम्पूर्ण शुभ फल प्राप्ति हेतु शास्त्र वर्णित सर्वश्रेष्ठ प्रमाणित कवच।

इस दिव्य कवच में शास्त्र वर्णित दिव्य औषध नवग्रह वृक्षराज की जड़ को शास्त्र निर्देशित विधि से निमंत्रण एवं निवेदन विधि उपरांत विशेष शुभ नक्षत्र, वार एवं दिवस पर लाया जाता —

जैसे, सूर्य ग्रह के लिए – मदार  / बिल्वपत्र की जड़, चंद्र – पलास / खिरनी की जड़, मंगल – अनंतमूल / खैर की जड़ / बरगद जड़बुद्ध – अपामार्ग / विधायरा की जड़, गुरु – भारंगी / केला की जड़, शुक्र – अरंड मूल / सरपोंखा / गूलर की जड़ /, शनि – बिच्छू / शम्मी की जड़, राहु – नागरमोथा की जड़ / सफ़ेद चंदन / दूर्वा दूब की जड़, एवं केतु – अश्वगंधा / कुश की जड़ को लिया गया हैं।

इस दिव्य कवच में शुद्ध प्राकृतिक भोजपत्र पर हस्त निर्मित, शुद्ध अष्टगंध से शास्त्र निर्देशित विधि विधान से विशेष शुभ नक्षत्र एवं दिवस पर नवग्रह यंत्र का निर्माण किया जाता हैं।

शास्त्र वर्णित पूर्ण विधि विधान के साथ सभी दिव्य नवग्रह औषध जड़ियों एवं नवग्रह यंत्र को शुद्ध ताम्र की ताबीज़ के साथ “तंत्र एस्ट्रो” के विद्वान् वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा आपके नाम और गोत्र से शुद्धिकरण की क्रिया, नवग्रह मंत्र द्वारा अभिमंत्रित, जागृत एवं प्राण प्रतिष्ठित किया जाता हैं ताकि इस कवच का संपूर्ण लाभ आपको मिले।

इस “दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच” को 9 ग्रह/12 राशि एवं 27 नक्षत्र को ध्यान में रख कर निर्माण किया गया हैं। यह दिव्य कवच बिल्कुल ही सुरक्षित है एवं इसका किसी भी प्रकार का कोई दुष्परिणाम नहीं है। इसे कोई भी व्यक्ति, सभी राशि एवं लग्न के जातक/जातिका धारण कर सकते हैं। इस दिव्य कवच को मात्र लागत दक्षिणा पर आप सभी के लिए उपलब्ध कराया गया हैं ताकि अधिक से अधिक सभी वर्ग के लोगों को इस दिव्य कवच का संपूर्ण लाभ मिल सके।

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नवग्रह कवच का महत्व:

1. ग्रहों के दोषों से रक्षा:

यह कवच उन व्यक्तियों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है जिनकी कुंडली में ग्रहों के प्रतिकूल योग या दोष (जैसे कालसर्प दोष, शनि दोष, राहु-केतु इत्यादि दोष) होते हैं। यह कवच ग्रहों की प्रतिकूलता से रक्षा करने का एक शक्तिशाली वरदान उपाय है।

2. समस्याओं का समाधान:

नवग्रह कवच मानसिक शांति, समृद्धि, स्वास्थ्य, और संतान सुख प्राप्ति में मदद कर सकता है। यह व्यक्ति को जीवन में आने वाली कठिनाइयों, शारीरिक और मानसिक समस्याओं, और आर्थिक संकटों से मुक्ति दिलाने में सहायक है।

3. सकारात्मक प्रभाव:

यह कवच ग्रहों के ऊर्जा को सही दिशा में मोड़ने का कार्य करता है और व्यक्ति की कुंडली में शुभ परिणाम ला सकता है। इससे जीवन में खुशहाली, सफलता, और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।

4. ग्रहों के संतुलन में मदद:

नवग्रह कवच ग्रहों के बीच संतुलन बनाए रखता है और व्यक्ति के जीवन में किसी एक ग्रह के अधिक प्रभाव को कम करता है।

नवग्रह कवच का प्रभाव:

1. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य:

यह कवच शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है। इससे मानसिक तनाव और शारीरिक समस्याओं में कमी आती है।

2. आर्थिक स्थिति में सुधार:

जब व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों के दोषों के कारण आर्थिक समस्याएं होती हैं, तो यह कवच उन दोषों को कम कर सकता है और जीवन में सुख समृद्धि धन-धान्य ऐश्वर्य निरोगिता एवं आर्थिक समृद्धि की दिशा में मदद करता है।

3. संतान सुख:

यदि किसी व्यक्ति के जीवन में संतान सुख में बाधाएं हैं, तो नवग्रह कवच का प्रभाव संतान संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक है।

4. राहु-केतु और शनि के दोषों से सुरक्षा:

नवग्रह कवच विशेष रूप से राहु-केतु के दोष और शनि के कष्टों से सुरक्षा प्रदान करता है, जो कई बार जीवन में संघर्ष और परेशानियों का कारण बनते हैं।

नवग्रह कवच का कैसे प्रयोग करें:

1. स्नान के बाद करें:

नवग्रह कवच का जाप या ध्यान स्नान के बाद करना चाहिए। शनिवार की सुबह पञ्चोपचार पूजन उपरांत नवग्रह मंत्र (“ॐ ब्रह्मामुरारि त्रिपुरान्तकारी भानु: शशि भूमिसुतो बुध च। गुरु च शुक्र: शनि राहु केतव: सर्वेग्रहा: शान्ति करा: भवन्तु।।”) उपरांत इस दिव्य कवच को धारण करे। इस दौरान शुद्ध मानसिक अवस्था में रहकर इसका जाप करें।

2. नैतिक आचरण:

इस कवच का प्रभाव तभी अधिक होता है जब व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे आचरण, धर्म और सत्य का पालन करता है।

3. समानांतर उपाय:

इसके साथ अन्य ज्योतिषीय उपाय जैसे ग्रहों की पूजा, व्रत, दान आदि करना भी फायदेमंद होता है।

4. नवग्रह मंत्रों का जाप:

नवग्रह मंत्रों का जाप एकाग्रचित्त होकर करें। यह मंत्र निम्नलिखित हैं:

सूर्य: “ॐ घृणि सूर्याय नमः” चंद्र: “ॐ सोम सोमाय नमः” मंगल: “ॐ अंगारकाय नमः” बुध: “ॐ बुद्धाय नमः” गुरु: “ॐ बृहस्पतये नमः” शुक्र: “ॐ शुक्राय नमः” शनि: “ॐ शनैश्चराय नमः” राहु: “ॐ राहवे नमः” केतु: “ॐ केतवे नमः”

ग्रहों के उपाय हमारे जीवन में चारों तरफ फैले हुए हैं जिनमें पेड़ पौधे जड़ भी उपाय होते हैं, जैसे फलदार वृक्ष —बृहस्पति का उपाय है तो कांटेदार वृक्ष — शनि, इसी तरीके से दूध वाले वृक्ष चंद्रमा का उपाय है, अभी हम बात करते हैं जड़ के उपाय के माध्यम से कैसे हम ग्रहों को नियंत्रण में करें।
हमारे आसपास कई प्रकार के पेड़ पौधे जड़ जड़ी उपलब्ध हैं जो हमारे खुशहाल जीवन के नितांत आवश्यक हैं। इन्हीं में से कुछ पेड़ पौधे ऐसे हैं जिनकी जड़ों के महत्व को ज्योतिष शास्त्र में हमारे दिव्य ऋषियों द्वारा भी वर्णित किया गया है। ये जड़ें कई ग्रहों से संबंध रखती हैं तथा ग्रह दोषों को दूर करती हैं।

स्वास्थ्य की दृष्टि से भी इन जड़ों के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है। दरअसल, हम आपको बता रहे हैं ऐसे पौधों की जड़ों के बारे में जिनके प्रयोग से आपकी किस्मत बदल सकती है। इन चमत्कारी जड़ों को धारण करने से ग्रह दोष, परेशानी, दुख, रोग दूर हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कौन सी है ये जड़ें और किसी ग्रह से है संबंधित :-

बेल/बिल्व मूल जड़। संबंधित ग्रह – सूर्य

बेल मूल का महत्व : ज्योतिष में सूर्य ग्रह को आत्मा का कारक माना जाता है। बेल की जड़ को धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सूर्य के नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ते हैं और उनको इससे सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यह हृदय रोग, रीढ़ की हड्डी से संबंधित बीमारी, अपच, थकावट से भी मुक्ति दिलाने में सहायक है।

धारण करने की विधि:

बेल मूल को पहले गंगा जल से पवित्र कर लें। इसके बाद “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः॥” मंत्र का जाप करें। अब इसे पीले रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी बाजु में कसकर बाँध लें। इस जड़ी को रविवार के दिन धारण करें।

खिरनी की जड़ । संबंधित ग्रह – चंद्र

खिरनी की जड़ का महत्व : खिरनी की जड़ चंद्र ग्रह से संबंधित दोषों को दूर करने में सहायक है। चंद्रमा को मन एवं माता का कारक माना जाता है। यदि आपकी जन्म कुडली चंद्र ग्रह राहु, केतु या शनि से प्रभावित है तो आपको खिरनी की जड़ को धारण करना चाहिए। यह जड़ हमारे मन को एकाग्र करती है।

धारण करने की विधि :

जड़ को पहले गंगाजल से धो लें। फिर “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः॥” का जाप करें। जड़ को सफेद कपड़े में बांधकर अपनी दाहिनी बाजू में बांध लें। इस उपाय को सोमवार के दिन करें।

अनंतमूल जड़। संबंधित ग्रह – मंगल

अनंतमूल का महत्व : अनंतमूल की जड़ी मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव से बचाती है। ज्योतिष में मंगल ग्रह ऊर्जा, साहस, ज़मीन और भाई का कारक होता है। मंगल दोष को दूर करने में अनंतमूल की जड़ी बेहद कारगर है। इसके अलावा यह जड़ी शारीरिक रोगों को दूर करती है, जैसे- चर्म रोग, यकृत संबंधी बीमारी, कब्ज़ रोग आदि।

धारण करने की विधि :

मंगलवार के दिन गंगा जल से इस जड़ी को पवित्र करें। “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सह भोमाय नमः” मंत्र का जाप करें। फिर जड़ी को लाल कपड़े में लपेटकर अपनी दाहिनी भुजा में बाँध लें।

विधारा मूल जड़। संबंधित ग्रह – बुध

विधारा मूल जड़ी का महत्व : वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह भाषा, संवाद शक्ति, बुद्धि-विवेक, भाव-भंगिमा का कारक होता है, जबकि घबराहट एवं क्रोध इसके नकारात्मक पक्ष को दर्शाते हैं। अतः विधारा मूल को धारण करने से बुध के सभी नकारात्मक पक्ष शून्य हो जाते हैं। आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार विधारामूल की जड़ अल्सर, एसिडिटी एवं ब्लड प्रेशर जैसे रोगों को दूर करने में भी सहायक होता है।

धारण करने की विधि :

बुधवार के दिन इस यंत्र को धारण करें।
जड़ी को पहले गंगाजल से पवित्र कर लें।
उसके बाद “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः॥” मंत्र का जाप करें। फिर इसे हरे कपड़े में अच्छी तरह लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजू में बाँध लें। इस दौरान माँ दुर्गा की पूजा करें।

भारंगी की जड़ । संबंधित ग्रह – गुरु

भारंगी की जड़ का महत्व : हिन्दू ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति ग्रह गुरु, ज्ञान एवं सद्गुणों का कारक होता है। भारंगी की जड़ धारण करने से जातक के स्वभाव में मानवीय प्रेम, धार्मिक एवं आध्यात्मिक ज्ञान की वृद्धि होने लगती है। वैवाहिक जीवन में सुख शांति लाने एवं संतान प्राप्ति के लिए भी भारंगी की जड़ को धारण किया जाता है। वहीं जिन छात्रों का ध्यान पढ़ाई में नहीं लगता है, उनके लिए भी यह जड़ लाभकारी है।

धारण करने की विधि :

भारंगी की जड़ को गुरुवार के दिन धारण करें
धारण करने से पहले जड़ को गंगा जल से पवित्र करें।
फिर “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः॥” मंत्र का जाप करें।
उसके बाद जड़ को पीले वस्त्र में लपेटकर अपनी दाहिनी भुजा कसकर बाँध लें।

अरंड मूल की जड़ । संबंधित ग्रह – शुक्र

अरंड मूल का महत्व : अरंड मूल शुक्र ग्रह ग्रह से संबंधित है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र को विवाह, धन वैभव, काम आदि का कारक माना जाता है। अरंड मूल धारण करने से जातक के जीवन में प्रेम एवं विवाह संबंध अच्छा बना रहता है। इससे शुक्र के बुरे प्रभाव नष्ट हो जाते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह जड़ी अस्थमा, ज्वर, खाँसी आदि रोगों को दूर करने भी सहायक है।

धारण करने की विधि :

अरंड मूल को शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए।
पहले जड़ी को गंगा जल से पवित्र करें।
फिर “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः॥” मंत्र का जाप करें।
उसके बाद जड़ी को सफेद कपड़े में लपेटकर अपनी गर्दन में धारण करें।

धतूरे की जड़ । संबंधित ग्रह – शनि

धतूरे की जड़ का महत्व : सामान्य रूप से शनि ग्रह अच्छा नहीं माना जाता है, परंतु यदि जीवन में इसकी कृपा दृष्टि बरसती है तो व्यक्ति के भाग्य खुल जाते हैं। यह हमारे कर्म का कारक होता है। शनि दोष के कारण व्यक्ति का जीवन कष्टमय गुजरता है। इसलिए इसके बुरे प्रभाव से बचने एवं कृपा दृष्टि पाने के लिए धतूर की जड़ को धारण करना शुभ माना जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से तंत्रिका और गठिया रोग से मुक्ति पाने के लिए भी यह बेहद कारगर है।

धारण करने की विधि :

धतूरे की जड़ को शनिवार के दिन धारण करना चाहिए।
जड़ को गंगा जल से पहले स्वच्छ कर लें।
फिर “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥” मंत्र का जाप करें।
अब नीले कपड़े में इसे लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजु में बाँध लें।

नागरमोथा की जड़ । संबंधित ग्रह – राहु

नागरमोथा की जड़ का महत्व : नागरमोथा की जड़ को धारण करने से राहु से संबंधित दोष दूर होते हैं। इससे मानसिक तनाव एवं पुरानो रोगों से मुक्ति मिलती है। यदि जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है तो इस जड़ को धारण करने से यह दोष समाप्त हो जाता है। नागरमोथा की जड़ व्यक्ति में साहस बढती है और राह में आने वाली कठिनाई को दूर करती है।

धारण करने की विधि :

सर्वप्रथम जड़ को गंगाजल से पवित्र कर लें।
अब “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः॥” मंत्र का जाप करें।
जड़ को सफेद कपड़े में लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजू में बाँध लें। शनिवार के दिन नागरमोथा की जड़ को धारण करें।

अश्वगंधा की जड़ । संबंधित ग्रह – केतु

अश्वगंधा जड़ी का महत्व : केतु ग्रह समृद्धि, स्वास्थ्य, धन का प्रतीक माना जाता है। अश्वगंधा की जड़ धारण करने से व्यक्ति को सर्पदंश आदि का ख़तरा नहीं होता है। इसके साथ ही अश्वगंधा जड़ी केतु ग्रह के अन्य बुरे प्रभावों भी बचाती है। यह जातकों के रोग-दोष मुक्त करने में भी सहायक है। जैसे- चर्म रोग, मूत्र मार्ग में संक्रमण आदि।

धारण करने की विधि :
सर्वप्रथम जड़ को गंगा जल से पवित्र करें।
धूप, दीप जलाकर केतु मंत्र “ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः॥” का जाप करें। पूजा करने के बाद जड़ी को काले रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी दाहिनी भुजा में बाँध लें।
यह उपाय बुधवार के दिन करें। इत्यादि…

 

दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच – ज्योतिषीय और सामान्य लाभ

दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच एक शक्तिशाली आध्यात्मिक और ज्योतिषीय यंत्र है, जो विशेष रूप से तंत्र-मंत्र, वेदिक ज्योतिष और आध्यात्मिक चिकित्सा के क्षेत्र में उपयोग किया जाता है। यह यंत्र नौ ग्रहों (नवग्रह) की प्रभावशीलता को संतुलित करने, ग्रह दोषों को दूर करने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इसमें यंत्र, जड़ी-बूटियों (जड़ी) और कवच (एक सुरक्षात्मक आभूषण) का संयोजन होता है, जो एक साथ मिलकर व्यक्तिगत जीवन में आ रही समस्याओं का समाधान करते हैं और ग्रहों की अशुभ प्रभावों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।


दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच क्या है?

दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच में नवग्रहों (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) के साथ संबंधित विशेष जड़ी-बूटियों (जड़ी) के जड़ों का उपयोग किया जाता है। यह यंत्र और जड़ी-बूटियाँ एक साथ मिलकर नवग्रहों की ऊर्जा को नियंत्रित करती हैं और जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक बदलाव लाती हैं।

मुख्य घटक:

  1. यंत्र: यह एक ज्यामितीय डिज़ाइन होता है, जो ब्रह्मांडीय शक्तियों को आकर्षित करता है और ग्रहों की ऊर्जा को संतुलित करने का काम करता है।
  2. जड़ी (जड़ें): ये विशेष जड़ी-बूटियाँ प्रत्येक ग्रह से संबंधित होती हैं और उनके सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाती हैं।
  3. कवच (आभूषण): यह एक सुरक्षात्मक अमूल्य वस्तु होती है, जिसे पहनने से व्यक्ति को नकारात्मक ग्रहों और बुरी शक्तियों से रक्षा मिलती है।

सिद्ध का अर्थ है कि यंत्र और जड़ी-बूटियाँ सक्रिय और पूर्ण रूप से शक्ति से परिपूर्ण हैं, जो इनके प्रभाव को अधिक प्रभावी बनाती हैं।


ज्योतिषीय लाभ (Astrological Benefits)

  1. ग्रहों के प्रभाव को संतुलित करना:
    • नवग्रह जड़ी यंत्र कवच का मुख्य उद्देश्य ग्रहों के अशुभ प्रभावों को शांत करना है। यह विशेष रूप से मंगल, शनि, और राहु-केतु जैसे ग्रहों के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में मदद करता है।
    • इस यंत्र के माध्यम से सूर्य और चंद्रमा जैसे शुभ ग्रहों की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाया जाता है, जिससे जीवन में संतुलन, धन और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  2. ग्रह दोषों का निवारण (Navgraha Dosha Remedial):
    • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष, शनि दोष, राहु-केतु दोष या अन्य ग्रह दोष हैं, तो नवग्रह जड़ी यंत्र कवच इन दोषों को दूर करने के लिए प्रभावी है।
    • यह व्यक्ति के जीवन में आ रही कठिनाइयों, जैसे विवाह में समस्याएं, स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे, वित्तीय संकट, और व्यक्तिगत समस्याओं को हल करता है।
  3. शनि और मंगल दोष का निवारण:
    • मंगल दोष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में दुश्चिंताओं, गुस्से, और विवाह में समस्याएं ला सकता है। यह यंत्र मंगल दोष के निवारण के लिए उपयोगी है, क्योंकि यह मंगल के सकारात्मक प्रभावों को बढ़ाता है।
    • शनि दोष के कारण जीवन में विफलता, समय पर काम न होना, और आर्थिक समस्याएं आ सकती हैं। इस यंत्र का उपयोग शनि के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
  4. स्वास्थ्य लाभ:
    • ग्रहों के प्रभाव से उत्पन्न स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे पाचन संबंधी समस्याएं, मधुमेह, हृदय रोग, और मानसिक तनाव, इस यंत्र के माध्यम से ठीक हो सकती हैं।
    • बुध और गुरु ग्रह मानसिक स्वास्थ्य और बुद्धिमानी से जुड़े होते हैं। इस यंत्र का प्रभाव मानसिक शांति और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
  5. शुभ अवसरों के लिए सहायक:
    • नवग्रह यंत्र कवच का उपयोग विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए किया जाता है जो व्यवसाय या करियर में रुकावट का सामना कर रहे हैं। यह सकारात्मक परिवर्तन लाने और प्रगति करने में मदद करता है।
    • इसके अलावा, यह विवाह और सम्बंधों में भी मदद करता है, खासकर जब मंगल दोष या शनि दोष के कारण समस्याएं आ रही हों।

सामान्य लाभ (General Benefits)

  1. नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा:
    • नवग्रह जड़ी यंत्र कवच व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नज़रों, काले जादू, और विषाक्त शक्तियों से बचाता है। यह एक आध्यात्मिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है, जिससे व्यक्ति को मानसिक शांति और संतुलन मिलता है।
    • यह घर और परिवार के सदस्यों को भी नकारात्मक प्रभावों से बचाता है।
  2. जीवन में बाधाओं का निवारण:
    • जीवन में आने वाली बाधाएं जैसे व्यक्तिगत समस्याएं, आर्थिक संकट, स्वास्थ्य संकट, और सामाजिक परेशानियां, इस यंत्र के माध्यम से दूर हो सकती हैं। यह व्यक्ति को धैर्य, स्मरण शक्ति, और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देता है।
  3. शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि:
    • नवग्रह जड़ी यंत्र कवच व्यक्ति के आत्मविश्वास और शक्ति को बढ़ाता है। यह मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति जीवन में विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होता है।
  4. धन, समृद्धि और समृद्धि में वृद्धि:
    • यह यंत्र धन और समृद्धि को आकर्षित करने में मदद करता है। इसे विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए उपयोगी माना जाता है जो आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं या जिनकी धन-संबंधी समस्याएं हैं।
    • शुक्र और गुरु के प्रभाव को बढ़ाकर यह व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि लाता है।
  5. सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों में सुधार:
    • यह यंत्र समाज और परिवार के रिश्तों को भी सुधारने में मदद करता है। यह विवाह और परिवारिक समस्याओं को हल करने के लिए बहुत प्रभावी है, खासकर जब मंगल दोष या शनि दोष की स्थिति हो।

कैसे उपयोग करें (How to Use the Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach)

  1. आभूषण के रूप में पहनें (Wear as an Amulet):
    • नवग्रह जड़ी यंत्र कवच को एक नेकलस या ब्रेसलेट के रूप में पहना जाता है। इसे नियमित रूप से पहनने से व्यक्ति के जीवन में संतुलन और समृद्धि आती है।
    • इसे विशेष दिनों पर पहना जाता है, जैसे मंगलवार (मंगल के लिए), गुरुवार (गुरु के लिए), आदि, ताकि ग्रहों के प्रभाव को अधिक सशक्त बनाया जा सके।
  2. पूजा और मंत्र जाप (Perform Rituals and Chanting):
    • यंत्र के प्रभाव को बढ़ाने के लिए नियमित रूप से पूजा और मंत्र जाप करना चाहिए। प्रत्येक ग्रह से संबंधित मंत्रों का जाप करके इस यंत्र के प्रभाव को अधिक सक्रिय किया जा सकता है।
  3. ध्यान और साधना (Meditation and Practice):
    • नवग्रह यंत्र कवच का उपयोग ध्यान और साधना में भी किया जा सकता है। यह मानसिक शांति और आध्यात्मिक प्रगति को बढ़ावा देता है। विशेष स्थान या मंदिर में इसे रखकर नियमित पूजा करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

दिव्य तंत्र एस्ट्रो सिद्ध नवग्रह जड़ी यंत्र कवच एक अत्यंत प्रभावी और शक्तिशाली यंत्र है, जो व्यक्ति के जीवन में ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने, सकारात्मक ऊर्जा लाने, और धन-संपत्ति, स्वास्थ्य, और संपूर्ण समृद्धि को बढ़ाने में मदद करता है

This divine shield is made as per the complete rituals described in the scriptures, by bringing the root of all the divine and pure medicinal Navgraha Vrikshraj on a special auspicious nakshatra, day and date after invitation and request method as per the scriptures. The Navgraha Yantra is made on a special auspicious nakshatra and day with pure Ashtagandha, handmade on pure natural Bhojpatra, as per the scriptures. Thereafter, this shield is made with pure copper talisman by the learned Veda-reading Brahmins of “Tantra Astro” after purification, consecration with the Navgraha mantra, awakening and Pran Pratishtha with the name gotra so that you get the full benefit of this shield.

 

Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach – Astrological and General Benefits

The Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach is a powerful spiritual and astrological tool used in various traditional practices, especially in Tantra, Vedic astrology, and spiritual healing. It is a combination of a Yantra, which is a geometrical figure, and Jadi (roots of specific sacred plants), designed to harness the energies of the nine planets (Navgraha) in the Hindu astrological system. This combination aims to bring balance, protection, and healing to an individual’s life by positively influencing the planetary forces.


What is the Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach?

The Navgraha Jadi Yantra Kavach is a spiritual amulet that uses the sacred roots (Jadi) of nine specific plants, which correspond to the nine planets in Vedic astrology: Surya (Sun), Chandra (Moon), Mangal (Mars), Budh (Mercury), Guru (Jupiter), Shukra (Venus), Shani (Saturn), Rahu, and Ketu.

This Yantra Kavach typically consists of the following components:

  1. Yantra: A geometric design that represents cosmic energies and is used to invoke the planets.
  2. Jadi (Roots): Sacred plant roots linked to each planet, believed to have unique energies that can enhance astrological influences.
  3. Kavach (Amulet): A protective charm that shields the wearer from negative planetary effects and energies.

The Siddh term refers to a state of perfection, indicating that the Yantra and Jadi combination has been specifically activated or energized for maximum effectiveness.


Astrological Benefits of Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach

  1. Strengthens Planetary Influence:
    • The Navgraha Yantra Kavach is primarily used to strengthen the beneficial effects of the planets in one’s birth chart. It is believed to harmonize the energies of the nine planets, which directly influence various aspects of life, such as career, relationships, health, and prosperity.
    • By wearing the Divya Tantra Navgraha Yantra Kavach, individuals can boost the positive effects of benefic planets (like Jupiter and Venus) and mitigate the adverse influences of malefic planets (like Saturn, Rahu, and Ketu).
  2. Protection Against Planetary Doshas:
    • If a person has Doshas (afflictions) caused by poorly placed planets in their birth chart, such as Mangal Dosha, Shani Dosha, or Rahu-Ketu Dosha, the Yantra Kavach acts as a protective shield to reduce the negative effects.
    • It is believed to balance the planetary energies, preventing obstacles in career, health issues, financial setbacks, and personal problems caused by negative planetary influences.
  3. Mitigation of Mangal Dosha and Shani Dosha:
    • Mangal Dosha (Mars affliction) can lead to problems like marital conflicts and aggression. The Jadi Yantra Kavach can help to calm the effects of Mars.
    • Shani Dosha (Saturn affliction) can cause delays, obstacles, and general misfortune. This Yantra Kavach helps alleviate the difficulties caused by a weak or afflicted Shani in the birth chart.
  4. Navgraha Remedies for Health:
    • Each planet governs specific health aspects, and the Divya Tantra Navgraha Yantra Kavach can be used as a remedy for certain health issues. For instance:
      • Sun governs vitality and energy, so a strong Sun is essential for overall health.
      • Moon influences mental health and emotional well-being.
      • Jupiter governs immunity and liver health.
      • Saturn governs chronic illnesses and longevity.
      • The Yantra Kavach helps maintain a balanced planetary health profile by boosting the positive influence of the relevant planets.
  5. Enhances Prosperity and Wealth:
    • Jupiter and Venus, when strong, can bring prosperity, wealth, and abundance. Wearing the Divya Tantra Navgraha Yantra Kavach enhances the positive aspects of these planets, leading to opportunities for financial growth and success in business or career.
    • The Sun and Mercury contribute to overall success, while Mars boosts courage and strength, particularly in career.
  6. Spiritual Growth and Self-Realization:
    • The Yantra Kavach serves not only as an astrological tool but also as a spiritual protective shield. It helps individuals on their spiritual journey, boosting mental clarity, meditative focus, and overall spiritual growth.
    • The Yantra can aid in achieving higher consciousness, inner peace, and self-realization, especially if used in regular meditation and prayer.

General Benefits of Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach

  1. Protection Against Negative Energies:
    • The Yantra Kavach acts as a spiritual shield that protects the wearer from evil eye, negative influences, black magic, and malicious energies. It helps to block external negativity and create a positive energy field around the wearer.
    • It is often worn as a protective amulet for general well-being and to maintain harmony in the surrounding environment.
  2. Helps Overcome Life Obstacles:
    • Many people use the Yantra Kavach to overcome personal difficulties and life challenges. Whether it’s related to relationships, career, health, or financial problems, the combined planetary energy works to remove blockages and clear the path for success and happiness.
    • It is believed to enhance mental strength, determination, and focus, making it easier for the individual to navigate life’s difficulties.
  3. Improves Relationships:
    • The Navgraha Yantra Kavach helps to smoothen relationships, especially in marriage. It can help reduce marital tensions and bring harmony between partners, particularly if there is a Mangal Dosha or Shani Dosha in one or both individuals’ birth charts.
    • It promotes better understanding, love, and mutual respect between spouses, family members, and friends.
  4. Spiritual and Energetic Healing:
    • The roots (Jadi) used in the Yantra Kavach have healing properties in traditional medicine. These plants are believed to have the power to cleanse the aura, remove toxic energies, and promote healing at a spiritual level.
    • The combination of sacred plants creates a positive aura, allowing the wearer to experience a deeper connection to the divine and better overall well-being.
  5. Harmonizes Mind, Body, and Spirit:
    • The Divya Tantra Yantra Kavach is designed to create a balance between the mind, body, and spirit, aligning the energies of the individual with the cosmic forces. It is said to help the wearer feel centered, focused, and at peace, even in challenging situations.
  6. Enhances Luck and Success:
    • The Yantra Kavach is a tool that invites good fortune and success. It is believed to remove obstacles in the path of progress and enhance the flow of luck in various areas of life, including career, business, and personal life.
    • Individuals facing financial troubles, career setbacks, or personal losses may find that this Yantra Kavach brings renewed energy and favorable outcomes.

How to Use the Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach

  1. Wear as an Amulet:
    • The Yantra Kavach is typically worn as a necklace or bracelet, depending on personal preference. It should be worn consistently for maximum effect, especially during spiritual practices or astrological rituals.
    • It is important to wear it on the right day, as per astrological guidelines (e.g., Tuesday for Mars, Thursday for Jupiter, etc.), for enhanced planetary benefits.
  2. Perform Rituals or Prayers:
    • For best results, you can also place the Yantra in a sacred space or home altar and offer daily prayers or mantras. This practice helps to invoke the blessings of the nine planets and strengthens the energetic connection.
    • Regular chanting of specific mantras associated with each planet can amplify the effects of the Yantra Kavach.
  3. Use During Meditation:
    • For spiritual growth and to connect deeper with the divine energies, it is recommended to meditate while focusing on the Yantra. This can help align your spiritual energy with the cosmic forces and enhance your sense of peace and understanding.

Conclusion

The Divya Tantra Astro Siddh Navgraha Jadi Yantra Kavach is a powerful tool for anyone looking to enhance their astrological and spiritual well-being. By harmonizing the energies of the nine planets, this Yantra Kavach offers protection, boosts prosperity, and helps overcome challenges in life. It is an effective remedy for those suffering from planetary afflictions and offers mental clarity, spiritual growth, and general protection against negative energies. However, like all spiritual tools, it should be used with respect and care for best results.

Additional information

Weight 0.1 kg
Dimensions 6 × 6 × 6 cm

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