सात मुखी रुद्राक्ष को माँ लक्ष्मी का स्वरुप माना गया है साथ ही शनिदेव की भी विशेष कृपा इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक पर रहती है I सात मुखी रुद्राक्ष को कामुकता के स्वामी कामदेव से संबंधित माना गया है। यह मनका सप्तमातृकाओं द्वारा और धन की देवी मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से युक्त होता है, जो इसे और भी अधिक शक्तिशाली और लाभों से युक्त बनाता है और अचल सम्पत्ति बनी रहती है। यह रुद्राक्ष धन प्राप्ति के लिए विशेष उपयोगी है क्योंकि यह देवी लक्ष्मी का प्रतिनिधित्व करता है। यह 7 मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को समृद्धि और खुशी देता है।
इस रुद्राक्ष को कई शक्तिशाली देवताओं और देवी द्वारा आशीर्वाद दिया जाता है, पहनने वाले को अच्छा नाम और प्रसिद्धि, प्रगति और धन मिलता है और देवी महालक्ष्मी प्राप्ति होती है। ज्योतिष के अनुसार, मारक ग्रह की दशा होने पर इस रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है यह रक्षा कवच की तरह कार्य करता है और अकाल मृत्यु के भय से भी मुक्त करता है। शनि की साढ़े साती या ढैय्या के समय सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इस रुद्राक्ष को धारण करने पर शनिदेव खुश रहते हैं।
दो मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लाभ –
- सात मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से धन-संबंधी सभी कष्ट दूर होते है I
- इसे धारण करने से महान सम्पत्ति तथा आरोग्य प्राप्त होता है।
- करियर और व्यापार में लाभ पाने के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण किया जाता है।
- धन प्राप्त होने के नये-नये द्वार खुलने लगते है I
- सात मुखी रुद्राक्ष में 7 दिव्य सर्प निवास करते हैं जो इसे धारण करने वाले को अपार शक्ति से जोड़ता है।
- मुश्किल परिस्थिति में भाग्य का साथ पाने हेतु इस रुद्राक्ष को पहन सकते हैं।
- यदि इसे पवित्र भावना से धारण किया जाये तो आत्म ज्ञान की प्राप्ति होती है।
- जो व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति से परेशान है उन्हें इस रुद्राक्ष को अवश्य धारण करना चाहिए I
- अपने और अपने परिवार से आर्थिक संकट को हमेशा-हमेशा के लिए दूर करने के लिए सात मुखी रुद्राक्ष की स्थापना पूजा स्थल पर करनी चाहिए I
- अच्छी आय होने के बाद भी खर्चे आय से अधिक होते हो तब सात मुखी रुद्राक्ष लाभ पहुंचाता है I
- यह शनि के क्रूर प्रभाव को कम करता है जो खुशी और विकास को प्रतिबंधित करता है I
- इस रूद्राक्ष को धारण करने से ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है।
- घर से गरीबी दूर करने और आर्थिक रूप से संपन्नता पाने के लिए सात मुखी रुद्राक्ष बहुत लाभकारी होता है।
- यह जीवन में नए अवसरों के द्वार को खोलने में मदद करता है I
- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति के आय स्त्रोत में वृद्धि होती है I माँ लक्ष्मी की कृपा ऐसे जातक पर सदैव बनी रहती है I
- मानसिक परेशानी, मधुमेह, गठिया दर्द , दिल की समस्याओं, हड्डी व मांसपेशियों में पीड़ा, यौन संबंधी समस्याओं, पाचन संबंधी समस्याओं, स्नायु तंत्र से सम्बंधित रोगों, नपुंसकता, पैर की बीमारियों, श्वसन विकार और पुरानी बीमारियों जैसे शनि से प्रेरित रोगों के इलाज व अस्थमा जैसे रोगों में सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ मिलता है I
- यह नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाता है और नौकरी में पदोन्नति को सक्षम बनाता है।
- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति व्यवसाय और सेवा में अधिक उन्नति प्राप्त कर सकता है।
- यह रोजगार के अवसरों और संभावनाओं को खोलने में मदद करता है।
- इसे धारण करने से लम्बी आयु प्राप्त होती है I
7 मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि –
- इसे पेडेंट या ब्रेसलेट के रूप में पहना जा सकता है।
- 7 मुखी रुद्राक्ष को सोने एवं चाँदी के साथ पहनें अथवा इसे लाल धागे के साथ पहनें।
- आप इसे उस स्थान पर भी रख सकते हैं जहां आप पूजा करते हैं।
- रुद्राक्ष धारण करने से पूर्व रुद्राक्ष को गंगा जल और कच्चा दूध से शुद्ध करें।
- इसे सोमवार, शिवरात्रि या श्रावण मास को सुबह स्नानादि और पूजा-अर्चना के बाद धारण करना चाहिए।
- इसके बाद रुद्राक्ष मंत्र ‘ॐ हूं नमः’ का 108 बार जाप करें और धारण करे।
नोट – हमारे द्वारा उपलब्ध सभी प्रकार के रुद्राक्ष एवं तंत्र, ज्योतिषी सामग्री को हमारे अनुभवी विद्वान पंडित जी द्वारा अभिमंत्रित एवम् सिद्ध कर के आपके पास भेजा जाता है, जिससे आपको अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।